दिलीप शंकर: नए युग का प्रेरणादायक चेहरा-अखिर केसे हुई उनकी मौत!


दिलीप शंकर जो की मलयालम के अभिनय है, तिरुवनंतपुरम के होटल के कमरे में मृत पाए गए। वह ‘छप्पा कुरीशु’ और ‘उत्तर 24 कथम’ जैसी फ़िल्मो में कई किरदार निभाये है।

दिलीप शंकर


दिलीप शंकर मलयालम अभिनेता रविवार सुबह तिरुवनंतपुरम के एक होटल के रूम में मृत पाए गए। खबरो के मुताबिक फिल्मों में अभिनय कर चूके दिलीप शंकर अपनी मौत के दो दिन पहले होटल में चेक इन किया था। कमरे में से महक आने पर कर्मचारियो ने कमरे को खोल दिया। दरवाजा खुलने पर देखा गया की अभिनेता दिलीप शंकर होटल के फ्लोर पर पड़ा देखा गया, तुरंत ही पुलिस को सूचित किया गया और जाच सुरु हुई। शुरुआती रिपोर्टों से पता चला की रिपोर्टों में ऐसा कुछ साजिश का कोई संकेत नहीं है।

दिलीप शंकर आखिरी बार ‘पंचाग्नि’ में नजर आए थे


दिलीप शंकर के असामयिक निधन की वजह से मलयालम मनोरंजन उद्योग को झटका लगा है।दिलीप शंकर को आखिरी बार धारावाहिक ‘पंचाग्नि’ में चंद्रसेनन की भूमिका में देखा गया था। हाल ही में उन्हे पीटर का किरदार ‘अम्मयरियाथे’ में करने के लिए प्रशंसा मिली थी। ‘पंचाग्नि’ की सह-कलाकार सीमा जी ने अपना दुख सोशल मीडिया पर व्यक्त किया।उन्होंने अपने नोट पर लिखा था” कुछ दिन पहले अपने मुझे कॉल किया था लेकिन में ठीक से बात नहीं कर पाई।


मौत के जाच में जुटी पुलिस!


एक मीडिया के रिपोर्ट के अनुसार, ‘पंचाग्नि’ के निर्देशक ने कहा दिलीप शंकर एक गंभीर बीमारी से लड़ रहे थे और उनका इलाज चल रहा था। हलाकी, बीमारी का अभी डिटेल्स में कुछ पता नहीं चल पाया। पुलिस दिलीप के असामयिक मौत का जच कर रही है, अभी तक मौत का कारण पता नहीं चला।

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